tag:blogger.com,1999:blog-4445647930791121621.post5363395725775316090..comments2024-03-01T09:38:29.041+05:30Comments on सुख का सूरज: "कैसे जी पायेंगे?" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'http://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-4445647930791121621.post-89738107978944293012013-08-07T18:30:50.827+05:302013-08-07T18:30:50.827+05:30उत्कृष्ट हिन्दी ग़ज़ल रूपी कविता ....
कैसे जी पायें...उत्कृष्ट हिन्दी ग़ज़ल रूपी कविता ....<br /><br />कैसे जी पायेंगे, कसाइयों के देश में।---सच है हम सब खुद ही कसाई बन गए हैं....<br /><br />आदमी मारे-मरे, पीटे-पिटे वो आदमी|<br />चोरी करे, लुटे-लुटे,जो जेल जाए आदमी | <br /> <br /><br />डा श्याम गुप्तhttps://www.blogger.com/profile/03850306803493942684noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4445647930791121621.post-48422522422294056602013-08-07T12:55:21.951+05:302013-08-07T12:55:21.951+05:30सच्ची कहानी कहती कविता...
~सादर!!!सच्ची कहानी कहती कविता...<br />~सादर!!!Anita Lalit (अनिता ललित ) https://www.blogger.com/profile/01035920064342894452noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4445647930791121621.post-40909704209004292602013-08-07T10:18:10.903+05:302013-08-07T10:18:10.903+05:30समसामयिक भू -परिवेश (आलमी माहौल )से रु -ब-रु है यह...समसामयिक भू -परिवेश (आलमी माहौल )से रु -ब-रु है यह रचना। <br /><br /><br />मासूमों की हत्याये दिन-प्रतिदिन होती,<br />कैसे जी पायेंगे, कसाइयों के देश में।<br /><br />(हत्याएं )virendra sharmahttps://www.blogger.com/profile/02192395730821008281noreply@blogger.com