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Thursday, June 23, 2011

"मोहब्बत " हो गयी

तुझे देखा
नहीं हुई
तुझे पाया 
नहीं हुई
तुझे चाहा
नहीं हुई
मगर 
जिस दिन
तुझे जाना
"मोहब्बत "
हो गयी

5 comments:

  1. वन्दना जी सप्रेम अभिवादन
    बहुत सुन्दर कविता ....
    हार्दिक बधाई ....

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  2. बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति| धन्यवाद|

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  3. बहुत सुन्दर रचना!
    भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूँ!

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