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Monday, November 25, 2013

"प्यार की बातें करें" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')

मेरे काव्य संग्रह "सुख का सूरज से
एक ग़ज़ल
"प्यार की बातें करें
वन्दना, आराधना उपहार की बातें करें।।
प्यार का मौसम है, आओ प्यार की बातें करें।

नेह की लेकर मथानी, सिन्धु का मन्थन करें,
छोड़ कर छल-छद्म, कुछ उपकार की बातें करें।

प्यार का मौसम है, आओ प्यार की बातें करें।।
आस का अंकुर उगाओ, दीप खुशियों के जलें,

प्रीत का संसार है, संसार की बातें करें।
प्यार का मौसम है, आओ प्यार की बातें करें।।

भावनाओं के नगर में, छेड़ दो वीणा के सुर,
घर सजायें स्वर्ग सा, मनुहार की बातें करें।

प्यार का मौसम है, आओ प्यार की बातें करें।।
कदम आगे तो बढ़ाओ, सामने मंजिल खड़ी,

जीत के माहौल में, क्यों हार की बातें करें।
प्यार का मौसम है, आओ प्यार की बातें करें।।

2 comments:

  1. प्यार का संसार बने और खुशियों के दीप जलें। काश ऐसे ही सद्भाव सभी के दिल में पैदा हों।

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