अपने काव्य संकलन सुख का सूरज से
एक गीत
"जब याद किसी की आती है"
दिल में कुछ-कुछ होता है,
जब याद किसी की आती है।
मन सब सुध-बुध खोता है,
जब याद किसी की आती है।
गुलशन वीराना लगता है,
पागल परवाना लगता है,
भँवरा दीवाना लगता है,
दिल में कुछ-कुछ होता है,
जब याद किसी की आती है।
मधुबन डरा-डरा लगता है,
जीवन मरा-मरा लगता है,
चन्दा तपन भरा लगता है,
दिल में कुछ-कुछ होता है,
जब याद किसी की आती है।
नदियाँ जमी-जमी लगती हैं,
दुनियाँ थमी-थमी लगती हैं,
अँखियाँ नमी-नमी लगती हैं,
दिल में कुछ-कुछ होता है,
जब याद किसी की आती है।
मन सब सुध-बुध खोता है,
जब याद किसी की आती है।।
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Wednesday, April 30, 2014
"जब याद किसी की आती है" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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दिल का जज्बातों की सुन्दर अभिव्यक्ति
ReplyDeleteनदियाँ जमी-जमी लगती हैं,
ReplyDeleteदुनियाँ थमी-थमी लगती हैं,
अँखियाँ नमी-नमी लगती हैं,
दिल में कुछ-कुछ होता है,
जब याद किसी की आती है।
मन सब सुध-बुध खोता है,
जब याद किसी की आती है।।
सुन्दर है कविता भी चर्चा मंच की सज्जा एवं सेतु चयन भी हमारे सेतु के चयन के लिए शुक्रिया